अर्ज़ किया है कि,
ये मेरी नज़रों का गुनाह है तुम सज़ा दिल को मत दो,
तुम मेरी जान ले लो मगर मुझे इतना प्यार मत दो ।
मैं टूट कर सितारे से एक जुगनू बन गया हूं,
खुदा के लिए तुम मुझे चांद बनने कि हवा मत दो।।
***आशीष रसीला***

अर्ज़ किया है कि,
ये मेरी नज़रों का गुनाह है तुम सज़ा दिल को मत दो,
तुम मेरी जान ले लो मगर मुझे इतना प्यार मत दो ।
मैं टूट कर सितारे से एक जुगनू बन गया हूं,
खुदा के लिए तुम मुझे चांद बनने कि हवा मत दो।।
***आशीष रसीला***