कभी खुद के होने पर भी सवाल किया करो,
उन सवालों के जवाब खुद ही दिया करो।
तुझे मालूम नहीं तेरे अंदर भी एक इंसान रहता है ?
वक्त निकाल कर उससे गुफ्तगु किया करो।
तुम खास हो या आम क्या फ़र्क पड़ता है ?
ज़िन्दगी को अपने असुलों से जिया करो।
***आशीष रसीला***
