आईना देखो जब तुम्हें कोई देखता ना हो
खुद से बातें करो मगर कोई देखता ना हो….
खुलकर हंसो अपने दुश्मनों के सामने
खुलकर रो दो जब दुश्मन देखता ना हो….
गुनाह करो गुनाह करने में कोई बुराई नहीं
जरूरी है गुनाह करते वक्त खुदा देखता ना हो…
बात एक तरफा प्यार की है तो बस इतना कहूंगा
उसे चुपके से देखो जब वो तुम्हे देखता ना हो….
वो दिल में रह सकतें हैं बस शर्त इतनी
जाना तब होगा जब दिल देखता ना हो….
तुम खुद को जानना चाहते हो तो मेरा मशवरा है
खुद को गौर से महसूस करो जब कोई देखता ना हो….
***आशीष रसीला***

Wah wah wah
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Thank you 🙏
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Bahut khoob Bhai…
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Thank you 😌
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Ultimate..
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Thank you ❤️
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