गम अपनों सा खुशियां अपनी होकर भी पराई सी लगी ,
हमें सादा जिंदगी बेहतर, बाकी सब मोह माया सी लगी।
तूफान के बाद एक टूटे हुए हरे दरख़्त ने मुझसे कहा ,
उसका यूं तुफां में गिरना उसे खुदा की एक साजिश लगी।
हर जगह झूठ,खुला कत्लेआम ये दुनिया जहन्नुम लगती है ,
मगर एक बच्चे को हंसता देखा तो दुनियां अच्छी लगी।
यूं तो हमको हमारा दुश्मन ज़रा भी पसंद नहीं, मगर
वो मुझसे बेहतर बनना चाहता है ये बात हमको अच्छी लगी।
अब इससे बड़ा रोज़गार हमको कहां मिल सकता था,
हमारी ज़िदंगी के यहां जिंदगी जीने के लिए नौकरी लगी।
आप हमसे से ना ही पूछिए तो बेहतर होगा साहब ,
हमको तो मौत जीवन साथी ज़िन्दगी तवायफ सी लगी ।।
आशीष रसीला

Beautiful
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Nice
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