तुम इस तरह भी ना खुदपर काबू रखो ,
थक गई हो तो मेरे कंधे पर हाथ रखो ।।
आशीष रसीला

तुम इस तरह भी ना खुदपर काबू रखो ,
थक गई हो तो मेरे कंधे पर हाथ रखो ।।
आशीष रसीला
मेरी ख़ामोशी का जवाब उसने भी ख़ामोशी से दिया,
पहली बार किसी को इतनी बेरहमी से लड़ते देखा।
आशीष रसीला