चांद भी एक लड़की है उसको हर वक्त तारीफ़ चाहिए,
जहां बात खूबसूरती की चले,उसे ख़ुद का जिक्र सबसे पहले चाहिए।
मैंने अकेले में उसको भी मायुस देखा है बहुत बार।
यकीन मानो उसको भी आशिक़ की नज़र चाहिए।।
***आशीष रसीला***
तुम पूछते हो कि हम क्या लिखते हैं ,हम खुदा को जमीं पर ला कर उसके गुनाहों की दास्तान लिखते हैं | पंख टूट कर गिर जाने वाले परिंदे के अरमान लिखते हैं || ये आंधियां अपनी औकात मे रहें इसलिए हम तूफान लिखते हैं|| अब इससे ज्यादा और क्या कहूँ मेरे हुज़ूर हम अपने दुश्मन को ही अपनी जान लिखते है||
चांद भी एक लड़की है उसको हर वक्त तारीफ़ चाहिए,
जहां बात खूबसूरती की चले,उसे ख़ुद का जिक्र सबसे पहले चाहिए।
मैंने अकेले में उसको भी मायुस देखा है बहुत बार।
यकीन मानो उसको भी आशिक़ की नज़र चाहिए।।
***आशीष रसीला***
बहुत खूब ✨
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Bahut bahut shukriya 🙏
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